मेरा झूला बड़ा निराला।।
खुश हो जाती हूँ मैं कितनी,
जब झूला पा जाती हूँ।
होम-वर्क पूरा करते ही,
मैं इस पर आ जाती हूँ।
करता है मन को मतवाला।
मेरा झूला बड़ा निराला।।
मुझको हँसता देख,
सभी खुश हो जाते हैं।
बाबा-दादी, प्यारे-प्यारे,
नये खिलौने लाते हैं।
आओ झूलो, मुन्नी-माला।
मेरा झूला बड़ा निराला।।
वाह....मयंक जी की सुन्दर बच्चों की रचना
जवाब देंहटाएंवाह बेटा बहुत सुन्दर झूला है वेसे भी सावन आने वला है हमे भी झुला देना झूला
जवाब देंहटाएंhame bhi aisa hi JHOOLA chaahiye.......:::::-))))
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएं