tag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post1947645705274108459..comments2023-10-30T14:06:34.474+05:30Comments on नन्हा मन: बाल गीत: सोन चिरैया ---संजीव वर्मा 'सलिल'सीमा सचदेवhttp://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-36633522960675261592010-03-08T09:41:34.456+05:302010-03-08T09:41:34.456+05:30धन्यवाद आचार्य जी , मुझे तस्वीर देखकर तो वही पक्षी...धन्यवाद आचार्य जी , मुझे तस्वीर देखकर तो वही पक्षी लगा था , लेकिन आपने वो दुविधा मिटा दी ।सीमा सचदेवhttps://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-15000197472742004542010-03-07T00:16:10.806+05:302010-03-07T00:16:10.806+05:30सीमा जी!
मेरी जानकारी के अनुसार 'टिटहरी' ...सीमा जी!<br /><br />मेरी जानकारी के अनुसार 'टिटहरी' और सोनचिरैया पक्षियों की दो भिन्न प्रजातियाँ है.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-81566771112294196062010-03-06T14:20:30.557+05:302010-03-06T14:20:30.557+05:30agar mai galat nahi to punjabi me ise TATEEHARI ka...agar mai galat nahi to punjabi me ise TATEEHARI kahaa jaataa hai aur yah to jaanaa pahchaanaa pakshi hai . jab ham chote the to gaanv me rahate the aur gaanv ke beechom bheench ek badaa saa taalaab tha jahaa ham aksar khelne jaate aur vaheen par isse saamnaa bhi hota tha ab yah pakshi dikhata hai ya nahi nahi jaanti . mujhe nahi maloom tha ki ise hi SON CHIRAIYAA kahte hai . aapke maadhyam se anoothi jaankaari mili , usake lie dhanyavaadसीमा सचदेवhttps://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-34213988352045786712010-03-06T10:14:23.845+05:302010-03-06T10:14:23.845+05:30टंकण त्रुटियाँ सुधार दी हैं. सोन चिड़िया के कुछ चित...टंकण त्रुटियाँ सुधार दी हैं. सोन चिड़िया के कुछ चित्र भी लगा दिए हैं. विस्त्रीर लेख समय मिलते ही देने का प्रयास करूंगा.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-68221148962352663702010-03-06T00:58:03.571+05:302010-03-06T00:58:03.571+05:30मंजू जी! त्रुटियों की ओर ध्यान आकर्षित करने का धन्...मंजू जी! त्रुटियों की ओर ध्यान आकर्षित करने का धन्यवाद. सुधार कर दिए हैं. आप सभी का उत्साहवर्धन हेतु आभार.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-33087203523604765782010-03-06T00:51:50.926+05:302010-03-06T00:51:50.926+05:30रावेंद्रकुमार रवि
आचार्य जी!
सबसे पहले तो मैं यह ...रावेंद्रकुमार रवि <br />आचार्य जी!<br />सबसे पहले तो मैं यह जानना चाहता हूँ कि<br />इस कविता को रचने की प्रेरणा आप को किससे/कैसे/कहाँ से/ मिली?<br /><br />--सोन चिड़िया भारत के लुप्तप्राय पक्षियों में है. इसे संरक्षण देने हेतु भारत सरकार ने एक डाक टिकिट जारी किया. इस टिकिट को संग्रहित करने पर मुझे इस पक्षी की जानकारी मिली. अपने पुत्र मन्वंतर (सनी) और पुत्री तुहिना (हनी) हेतु बाल गीतों की रचना करते समय मस्तिष्क में कहीं छिपी बैठी सोन चिड़िया ने कलम से उतारकर मुझे भी चकित कर दिया. यह १.१०.१९९५ के दैनिक भास्कर जबलपुर में प्रकाशित भी हुई थी.<br /><br />धन्यवाद, आचार्य जी!<br />बहुत अच्छी जानकारी मिली आपसे!<br />मैं तो अभी तक सोन चिरइया को काल्पनिक पक्षी समझता था!<br />क्या आप उस डाक टिकट का फ़ोटो समूह को उपलब्ध करवा सकते हैं?<br />--<br />अगली बात : अब भैया, गैया, गवैया आदि का उच्चारण<br />भइया, गइया, गवइया ही किया जाता है!<br />क्या इस कविता में भी चिरैया को चिरइया कर दिया जाना चाहिए?<br /><br /><br />--बुन्देली में 'चिरैया' हो प्रयोग होता है. भोजपुरी में शायद' चिरइया' लिखा जाता है. डाक टिकिट तलाशकर देने का प्रयास करता हूँ. इसे सोहन चिड़िया, हुकना तथा तिलोर भी कहते हैं. अंगरेजी में इसे ग्रेट इन्डियन बस्टर्ड कहा जाता है.Divya Narmadahttps://www.blogger.com/profile/13664031006179956497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-61424193987717834052010-03-05T16:52:28.540+05:302010-03-05T16:52:28.540+05:30आदरणीय आचार्य जी ,
सादर नमस्ते .
कला पक्ष -भाव पक्...आदरणीय आचार्य जी ,<br />सादर नमस्ते .<br />कला पक्ष -भाव पक्ष में उत्कृष्ट बालगीत .<br />क्षमा के साथ लिख रही हूँ कि वर्तनी गलती है .जैसे घात /पाती .Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-43622205188296659362010-03-05T15:54:12.194+05:302010-03-05T15:54:12.194+05:30बहुत अच्छी कविता!
कुछ शब्द क्लिष्ट हो गए हैं!<b>बहुत अच्छी कविता! <br />कुछ शब्द क्लिष्ट हो गए हैं!</b>रावेंद्रकुमार रविhttps://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-87453436630035721332010-03-05T12:41:17.569+05:302010-03-05T12:41:17.569+05:30आचार्य जी आपकी कलम के आगे नत-मस्तक हैं हम । इतनी स...आचार्य जी आपकी कलम के आगे नत-मस्तक हैं हम । इतनी सुन्दर जानकारी और कविता के लिए धन्यवाद...सीमा सचदेवसीमा सचदेवhttps://www.blogger.com/profile/04082447894548336370noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3192951884572102074.post-17971024640064711972010-03-05T11:47:53.960+05:302010-03-05T11:47:53.960+05:30बहुत सुन्दर गीत। आचार्य जी की कलम ही ऐसे अद्भुत गी...बहुत सुन्दर गीत। आचार्य जी की कलम ही ऐसे अद्भुत गीत रच सकती है। धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com