नटखट बचपन और पापा
नटखट बचपन शरारती,मासूम , भोला , बेफ़िक्र बचपन जिसे हर युवा/ बुजुर्ग फ़िर से जी लेना चाहता है , शायद ही कोई ऐसा हो जो अपना बचपन भुला सके या फ़िर उन लम्हों को फ़िर से पाने की चाहत न रखता हो । बचपन की कुछ प्यारी सी यादें जिन्हें हम कभी भुला नहीं पाते । आईए हम ले चलते हैं फ़िर से आपको उस बचपन में । अगर आपकी भी कोई अपने प्यारे पापा के साथ जुडी कोई ऐसी याद हो जिसे आप याद कर अब भी अनायास मुस्करा देते हैं या फ़िर अपने स्नेहिल पापा के प्रति ऐसे उद्गार जिन्हें आप कभी व्यक्त न कर पाए या फ़िर आपकी कोई ऐसी शैतानी जिससे आपको पापा की डांट क्या मार तक सहनी पडी हो और अभी तक वो याद अंदर से गुदगुदाती हो तो अब कलम उठाईए और लिख भेजिए पापा के साथ जुडी अपनी यादें । पिता दिवस पर हम प्रकाशित करेंगे उन्हें नन्हामन में और अगर संभव हुआ तो उन्हें कहानियों का रूप भी दिया जाएगा । तो जलदी से कलम उठाएं और लिख भेजें नटखट बचपन और पापा nanhaman@gmail.com पर
नटखट बचपन शरारती,मासूम , भोला , बेफ़िक्र बचपन जिसे हर युवा/ बुजुर्ग फ़िर से जी लेना चाहता है , शायद ही कोई ऐसा हो जो अपना बचपन भुला सके या फ़िर उन लम्हों को फ़िर से पाने की चाहत न रखता हो । बचपन की कुछ प्यारी सी यादें जिन्हें हम कभी भुला नहीं पाते । आईए हम ले चलते हैं फ़िर से आपको उस बचपन में । अगर आपकी भी कोई अपने प्यारे पापा के साथ जुडी कोई ऐसी याद हो जिसे आप याद कर अब भी अनायास मुस्करा देते हैं या फ़िर अपने स्नेहिल पापा के प्रति ऐसे उद्गार जिन्हें आप कभी व्यक्त न कर पाए या फ़िर आपकी कोई ऐसी शैतानी जिससे आपको पापा की डांट क्या मार तक सहनी पडी हो और अभी तक वो याद अंदर से गुदगुदाती हो तो अब कलम उठाईए और लिख भेजिए पापा के साथ जुडी अपनी यादें । पिता दिवस पर हम प्रकाशित करेंगे उन्हें नन्हामन में और अगर संभव हुआ तो उन्हें कहानियों का रूप भी दिया जाएगा । तो जलदी से कलम उठाएं और लिख भेजें नटखट बचपन और पापा nanhaman@gmail.com पर
jaroor seema jee , ye maukaa haatha se nahin jaane denge...
जवाब देंहटाएंपापा ने कभी डांटा नहीं,
जवाब देंहटाएंडांटा तो मम्मी ने हमेशा
पापा का प्रोत्साहन पा कर
हम शरारत करते रहे हमेशा
प्यारा चित्र है ,,
जवाब देंहटाएंकैसा मासूम और शरारती लग रहा है,,?
बहुत अच्छा और प्यारा भी ।
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