छोटे छोटे मेरे कपड़े
रग बिरंगे मेरे कपड़े
पर बापू अम्मा के कपड़े
मुझसे तो हैं बहुत बड़े।
छोटे छोटे-------------।
जब गन्दे हो जाते कपड़े
अम्मा करती उनको साफ़
कपड़े साफ़ पहन के भैया
दिल भी रहता सबका साफ़।
छोटे छोटे-------------।
ठण्ढ में पहनों ऊनी कपड़े
गर्मी में बस सूती कपड़े
बारिश में गीले हो जायें
सुखा लो धूप में सारे कपड़े।
छोटे छोटे मेरे कपड़े
रग बिरंगे मेरे कपड़े।
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हेमन्त कुमार