बाल मन की कोमलता को सँवारने का समवेत प्रयास है, यह ब्लॉग... नन्हा मन !
बहुत बढ़िया ! सचमुच !!***
बढ़िया रचना..और पाखी बिटिया ने तो जन्म दिन पर खूब आईस क्रीम खाई है.
ठण्डी-ठण्डी आइस-क्रीम,मेरे मन को भाई!.. ..इतना सुन्दर शिशु गीत पढ़कर!मेरे मुँह में भी पानी आ गया!
ICE CREAM ne to hamaare munh meM paani bhar diya , garmi kaa mausam aur ICE-CREAM , kitna achcha sumel hai aur PAAKHI maje se ICE-CREAM kha rahi hai aur vo bhi kitani SAFAAII se , WEL DONE PAAKHI KEEP IT UP , mera favourite flavour hai ... BUTTER SCOATCH AND LITCHI
"तीनो बहुत प्यारे हैं-पाखी,कविता और आइसक्रीम......"
सीमा जी, अगली बार आपकी पसंद का पूरा ध्यान रखूँगा! तब तक आप इस गीत को ऐसे गाइए -लीचीवाली मुझको भाती, बटर लगाकर खाती! मुझको भानेवाले फ्लेवर कहाँ रह गए भाई? आइसक्रीम, आइसक्रीम सबने मिलकर खाई!
बहुत प्यारा गीत !!
इतनी स्वादिष्ट कविता पढ़कर मेरा मन भी आईस्क्रीम खाने को ललचाने लगा है ।
आइसक्रीम भी खाई अपने ऊपर नहीं गिराई अभी से सीख लिया पाखी ने कैसे रखें सफाईशुभ आशीष
नन्हा मन निर्मल है,कोमल शुचि उज्ज्वल है रवि रंग सँवारे,जगमग चाँद सितारे।कविता अच्छी है पर भैया,--सबने कहाँ..आइसक्रीम को तो अकेली पाखी जी ही चट किये जारहीं हैं ।बाकी सब तो देखरहे हैं ललचाते हुए..।
बहुत बढ़िया ! सचमुच !!
गिरिजा जी, बहुत-सी बातें, जो तस्वीर नहीं दिखा पा रही, वो गीत बता रहा है -- -- पाखी के इर्द-गिर्द ऐसे बहुत से लोग हैं, जो दिखाई नहीं दे रहे, पर उसके साथ मिलकर आइसक्रीम खा रहे हैं! -- रही बात आपकी, तो आप भी मेरी तरह जितनी बार यह फ़ोटो देखें, उतनी बार अपनी फ़्रिज में से एक आइसक्रीम निकालिए और पाखी के साथ मिलकर खाइए! और जितने चाहें, उतने लोगों को साथ में खिलाइए!
bilkul bachcho ke hisab se unaki komal bhavnavo ko kagaj par vaise hi uker dete hai.ek baat aur kahani thi ji aapne samuh jvain karane ki baat kahi hai vo kal se koshish karane par bhi nahi n=ho paraha haikripya madad kijiye.
आइसक्रीम, आइसक्रीम सबने मिलकर खाई!...पर पाखी ने सबके संग जमकर दावत उड़ाई. तभी रवि अंकल ने पाखी की सुन्दर फोटो लगाई.....बहुत सुन्दर शिशुगीत लगा, अब इसे बैठकर गुनगुनायेंगे.
इस शिशुगीत की चर्चा चर्चा-मंच पर भी हुई है, इस रूप में - ख़ुशियों की बरसात
बहुत ही सुन्दर रचना! आइसक्रीम का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ गया!
ठंडक देती हुई बढ़िया आइसक्रीम
कैसा लगा.. अच्छा या बुरा ?कुछ और भी चाहते हैं, आप..तो बताइये ना, हमें !
पढ़ने वाले भैय्या, अँकल जी और आँटी जी, आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! nanhaman@gmail.com पर मेरे लिये कुछ लिख भेजिये, ना ..प्लीज़ !
बहुत बढ़िया ! सचमुच !!
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बढ़िया रचना..और पाखी बिटिया ने तो जन्म दिन पर खूब आईस क्रीम खाई है.
जवाब देंहटाएंठण्डी-ठण्डी आइस-क्रीम,
जवाब देंहटाएंमेरे मन को भाई!
.. ..
इतना सुन्दर शिशु गीत पढ़कर!
मेरे मुँह में भी पानी आ गया!
ICE CREAM ne to hamaare munh meM paani bhar diya , garmi kaa mausam aur ICE-CREAM , kitna achcha sumel hai aur PAAKHI maje se ICE-CREAM kha rahi hai aur vo bhi kitani SAFAAII se , WEL DONE PAAKHI KEEP IT UP , mera favourite flavour hai ... BUTTER SCOATCH AND LITCHI
जवाब देंहटाएं"तीनो बहुत प्यारे हैं-पाखी,कविता और आइसक्रीम......"
जवाब देंहटाएंसीमा जी,
जवाब देंहटाएंअगली बार आपकी पसंद का
पूरा ध्यान रखूँगा!
तब तक आप इस गीत को
ऐसे गाइए -
लीचीवाली मुझको भाती,
बटर लगाकर खाती!
मुझको भानेवाले फ्लेवर
कहाँ रह गए भाई?
आइसक्रीम, आइसक्रीम
सबने मिलकर खाई!
बहुत प्यारा गीत !!
जवाब देंहटाएंइतनी स्वादिष्ट कविता पढ़कर मेरा मन भी आईस्क्रीम खाने को ललचाने लगा है ।
जवाब देंहटाएंआइसक्रीम भी खाई
जवाब देंहटाएंअपने ऊपर नहीं गिराई
अभी से सीख लिया पाखी ने
कैसे रखें सफाई
शुभ आशीष
नन्हा मन निर्मल है,कोमल शुचि उज्ज्वल है
जवाब देंहटाएंरवि रंग सँवारे,जगमग चाँद सितारे।
कविता अच्छी है पर भैया,--सबने कहाँ..आइसक्रीम को तो अकेली पाखी जी ही चट किये जारहीं हैं ।बाकी सब तो देखरहे हैं ललचाते हुए..।
बहुत बढ़िया ! सचमुच !!
जवाब देंहटाएंगिरिजा जी,
जवाब देंहटाएंबहुत-सी बातें,
जो तस्वीर नहीं दिखा पा रही,
वो गीत बता रहा है --
--
पाखी के इर्द-गिर्द
ऐसे बहुत से लोग हैं,
जो दिखाई नहीं दे रहे,
पर उसके साथ मिलकर
आइसक्रीम खा रहे हैं!
--
रही बात आपकी,
तो आप भी मेरी तरह
जितनी बार यह फ़ोटो देखें,
उतनी बार अपनी फ़्रिज में से
एक आइसक्रीम निकालिए
और पाखी के साथ मिलकर खाइए!
और जितने चाहें,
उतने लोगों को साथ में खिलाइए!
bilkul bachcho ke hisab se unaki komal bhavnavo ko kagaj par vaise hi uker dete hai.ek baat aur kahani thi ji aapne samuh jvain karane ki baat kahi hai vo kal se koshish karane par bhi nahi n=ho paraha haikripya madad kijiye.
जवाब देंहटाएंआइसक्रीम, आइसक्रीम
जवाब देंहटाएंसबने मिलकर खाई!
...पर पाखी ने सबके संग जमकर दावत उड़ाई.
तभी रवि अंकल ने पाखी की सुन्दर फोटो लगाई.
....बहुत सुन्दर शिशुगीत लगा, अब इसे बैठकर गुनगुनायेंगे.
इस शिशुगीत की चर्चा
जवाब देंहटाएंचर्चा-मंच पर भी हुई है,
इस रूप में -
ख़ुशियों की बरसात
बहुत ही सुन्दर रचना! आइसक्रीम का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ गया!
जवाब देंहटाएंठंडक देती हुई बढ़िया आइसक्रीम
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