4. अब थोडी देर में बंदर मामा की दुकान पर भौं-भौं करता हुआ कुत्ता आ पहुंचा और आते ही:-

थोडी देर में कुत्ता आया
भौं भौं करके कह सुनाया
ऐसी बिल्ली का क्या रेट
जिससे भर जाए मेरा पेट
दे दो मुझको ताजी-ताजी
बनाऊंगा बिल्ली की भाजी
देखो देना बिल्ली मोटी
साथ में दे देना दो रोटी
सुनकर बंदर हुआ अवाक्
और कुत्ते से बोला तपाक
ऐसी बिल्ली दूंगा तुझको
याद करेगा हर पल मुझको
आर्डर बुक अब कर लेता हूं
कल तक तेरे घर देता हूं
ऐसे कुत्ते को टरकाया
मन ही मन क्रोध भी आया
बोलो बंदर भाई, बिल्ली का क्या रेट है ?
देखो, मुझे एक ताजी-ताजी मोटी-मोटी बिल्ली और साथ में दो रोटी भी दे दो। आज मैं बिल्ली की भाजी बनाऊंगा, जिसे खाकर मेरा पेट भर जाए।
अब बंदर को बहुत गुस्सा आने लगा, लेकिन फ़िर कुत्ते से बोला :-
कुत्ते भाई, मैं तुम्हें ऐसी बिल्ली दूंगा कि तुम उसे खाकर मुझे सदा याद रखोगे। मैं अभी तुम्हारा आर्डर बुक कर लेता हूँ और कल तक तुम्हें दे दूंगा। यूं बंदर मामा नें कुत्ते को टरका दिया।
पाँचवाँ भाग
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