भूखा बैठा कितनी देर
फँसा नही था कोई शिकार
हो गया शेर बहुत लाचार
कैसे अपनी भूख मिटाए ?
कैसे वह कोई जानवर खाए ?
देखी उसने बिल्ली एक
भर गया शेर के मुँह मे पानी
सोची उसने एक शैतानी
बैठ के अपने मन में विचाराखाए बिना अब नहीं गुजारा
किसी तरह से भूख मिटाए
क्यों न वह बिल्ली को खाए ?बिल्ली बैठी वृक्ष की डाली
नहीं पास वो आने वाली
किसी तरह बिल्ली को बुलाए
चालाकी से उसको खाए
झट से गया बिल्ली के पास
बोला! मौसी मुझको आस (उम्मीद)तुम तो कितनी समझदार हो
और सब में से होशियार हो
कर दो मुझ पर भी अहसान
मुझे भी अपना शिष्य जान
मुझे भी थोडा ज्ञान सिखा दो
होशियारी का राज बता दो
कहना तेरा हर मानूँगा
मौसी होती दूसरी माता
समझ लो गुरु-शिष्य का नाताबड़ी चालाक थी बिल्ली रानी
समझ गई वो सारी कहानी
बोली सब कुछ सिखलाऊँगी
आरम्भ से सब बतलाऊँगी
सीखो तुम पंजे को चलाना
जाल मे अपने शिकार फँसाना
और फिर मुँह में उसको दबाना
मार के उसको मजे से खाना
बिल्ली ने शेर को सब बतलाया
पर न पेड पे चढ़ना सिखाया
शेर का मन , जो नहीं था साफ
करेगा न बिल्ली को माफ
वो तो बिल्ली को खाएगा
उसको ही भोज बनाएगा
सीख लिया उसने गुर सारा
अब तो शेर ने मन में विचारा
बहुत हुआ बिल्ली का भाषण
अब तो चाहिए मुझको भोजन
समझ गई बिल्ली भी चाल
आया उसको एक ख्याल
जब तक झपटा बिल्ली पे शेर
तब तक हो गई बहुत ही देर
चढ़ गई बिल्ली पेड के ऊपर
बैठ के ऊपर बोली! बच्चेतुम हो अभी अकल के कच्चे
चल रहे थे मुझ संग चालाकी
पूरी न होगी शिक्षा बाकी
जो मैंने तुमको बतलाया
वो तो बस ऐसे भरमाया
असली राज न तुम्हें बताया
न तुम्हें पेड पे चढ़ना आया
हिम्मत है तो चढ़ के दिखाओ
भोजन अपना मुझे बनाओ
तुमने यह सोचा भी कैसे ?
बातों में तेरी फ़सुंगी ऐसे
दुश्मन पर एतबार करूँगी
और मैं तेरे हाथों मरूँगी
कभी नहीं यह हो सकताशेर न दोस्त बन सकता
समझ शेर को अब सब आया
अपनी गलती पर पछताया
मन मसोस के शेर रह गया
.....................
शिक्षा तो सच्चे मन से लो
बुरे विचार न मन में पालो
.....................बच्चो तुम भी बात समझना
बुरे भाव न मन में रखना
रखना तुम सदा सच्चा मन
जिससे होगा सुखमय जीवन
दुश्मन पे एतबार न करना
धोखे से कभी वार न करना
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बहुत सुन्दर प्रेरक कविता। बहुत दिनों बाद आने के लिये क्षमा चाहती हूँ
जवाब देंहटाएंसीमा जी,
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह पद्य कथा--बच्चों को पढ़ कर मजा अयेगा।
हेमन्त कुमार
बाल मनोविज्ञान को ध्यान में रख काव्य में लिखी शिक्षाप्रद - प्रेरक कहानी सभी का मनोरंजन के साथ बाल मानसिकता का विकास करेगी .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रेरक कविता
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