बाल मन की कोमलता को सँवारने का समवेत प्रयास है, यह ब्लॉग... नन्हा मन !
काफी मोहीत करने वाली रचना है
"सुंदर कविता!"-- "सरस्वती माता का सबको वरदान मिले, वासंती फूलों-सा सबका मन आज खिले! खिलकर सब मुस्काएँ, सब सबके मन भाएँ!"--क्यों हम सब पूजा करते हैं, सरस्वती माता की?लगी झूमने खेतों में, कोहरे में भोर हुई! -- संपादक : सरस पायस
कैसा लगा.. अच्छा या बुरा ?कुछ और भी चाहते हैं, आप..तो बताइये ना, हमें !
पढ़ने वाले भैय्या, अँकल जी और आँटी जी, आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल ! nanhaman@gmail.com पर मेरे लिये कुछ लिख भेजिये, ना ..प्लीज़ !
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"सरस्वती माता का सबको वरदान मिले,
वासंती फूलों-सा सबका मन आज खिले!
खिलकर सब मुस्काएँ, सब सबके मन भाएँ!"
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क्यों हम सब पूजा करते हैं, सरस्वती माता की?
लगी झूमने खेतों में, कोहरे में भोर हुई!
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