मीठा फल
आया मौसम गर्मी का ,
लेकर संग वार्षिक परीक्षा ।
कुह - कुह कर कोयल बोली ,
बच्चों करना खूब पढ़ाई ।
कुकड़ू कु मुर्गा बोला ,
हर सुबह जल्दी उठना ।
सुबह को आती सरस्वती ,
याद होता है खूब जल्दी ।
दौड़ कर शेर भी दहाड़ा ,
पढने में खर्च होती ऊर्जा ।
खाना तुम पौष्टिक खाना ,
न करना तुम कोई बहाना ।
" मंजू " मोर बोला कुहक कर ,
मिलेगा पास का परीक्षाफल ।
नाचेगी ख़ुशी चारों तरफ ,
मिले मेहनत का मीठा फल ।
( वार्षिक परीक्षा की शुभ कामनाओं के साथ )
-मंजू गुप्ता
आया मौसम गर्मी का ,
लेकर संग वार्षिक परीक्षा ।
कुह - कुह कर कोयल बोली ,
बच्चों करना खूब पढ़ाई ।
कुकड़ू कु मुर्गा बोला ,
हर सुबह जल्दी उठना ।
सुबह को आती सरस्वती ,
याद होता है खूब जल्दी ।
दौड़ कर शेर भी दहाड़ा ,
पढने में खर्च होती ऊर्जा ।
खाना तुम पौष्टिक खाना ,
न करना तुम कोई बहाना ।
" मंजू " मोर बोला कुहक कर ,
मिलेगा पास का परीक्षाफल ।
नाचेगी ख़ुशी चारों तरफ ,
मिले मेहनत का मीठा फल ।
( वार्षिक परीक्षा की शुभ कामनाओं के साथ )
-मंजू गुप्ता
आपको पढ़ा, अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंविगत कुछ दिनों से व्यस्तता के चलते सक्रियता में व्यवधान हुआ है, क्षमाप्रार्थी हूँ, जल्द ही सक्रियता पुनः हासिल करने का प्रयास है.
अनेक शुभकामनाएँ.
sundar bhaav aur sandesh bharpoor kavita . bachchoM ke lie kyaa badoM ke lie bhi kaam kee baaten .
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा प्रयास है!
जवाब देंहटाएंउड़नतश्तरी जी ,सीमाजी ,रावेंद्र जी
जवाब देंहटाएंनमस्ते .
आप को पसंद आने -मेरा उत्साह बढाने के लिए धन्यवाद .