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परिणाम : बाल-रचना प्रतियोगिता - 2
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बाल-रचना प्रतियोगिता - 2
के लिए बाल-पहेली और शिशुगीत
आमंत्रित किए गए थे!
इस बार एक भी ऐसी रचना प्राप्त नहीं हुई,
जिसे पुरस्कृत किया जा सके!
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एक कविता,
जो कि इस प्रतियोगिता के लिए
सबसे पहले प्राप्त हुई थी,
उसे यहाँ ज्यों का त्यों
प्रकाशित किया जा रहा है!
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संयोजक : रावेंद्रकुमार रवि
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सूरज से लड़ाई
परिणाम : बाल-रचना प्रतियोगिता - 2
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बाल-रचना प्रतियोगिता - 2
के लिए बाल-पहेली और शिशुगीत
आमंत्रित किए गए थे!
इस बार एक भी ऐसी रचना प्राप्त नहीं हुई,
जिसे पुरस्कृत किया जा सके!
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एक कविता,
जो कि इस प्रतियोगिता के लिए
सबसे पहले प्राप्त हुई थी,
उसे यहाँ ज्यों का त्यों
प्रकाशित किया जा रहा है!
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संयोजक : रावेंद्रकुमार रवि
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सूरज से लड़ाई
हम तो हैं
गर्मी से हैरान,
और मम्मी हैं,
पानी से परेशान.
लेकिन जो नाव
बनाई पापा ने
जाऊँ कहाँ
उसे तैराने?
मम्मी कहती,
मत जा बाहर,
पापा कहते,
आ जा अन्दर.
सूरज दादा,
मत लो पंगा,
बंद करो अब
आग उगलना,
वरना हो जायेगा
साथ तुम्हारे दंगा.
वंदना अवस्थी दुबे
वंदना अवस्थी दुबे
अरे वाह!!!! सूरज से लड़ाई……………बहुत सुन्दर ।
जवाब देंहटाएंsuraj se pangaa? lenaa hi padegaa? aur liyaa hai isiliye globle warming hai |
जवाब देंहटाएंसुन्दर बाल कविता
जवाब देंहटाएंregards
बहुत अच्छी
जवाब देंहटाएंmanjari
manjarisblog.blogspot.com