नन्हा मन

बच्चों, बहुत खोजबीन के बाद, अचपन जी ने नन्हा मन पर उड़न तश्तरी उतारने में सफलता पाई ! देखा ? तो.. सी-बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया दो !

02 नवंबर 2009

श्री गुरु नानक देव जी - जीवन काव्य कथा

श्री गुरु नानक देव जी
नमस्कार बच्चो,
आप जानते है न आज कौन-सा दिन है? आज कार्तिक मास की पूर्णिमा है और आज का दिन सिक्ख धर्म के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस ( गुर-पूरव ) के रूप मे मनाया जाता है। आओ आज मैं आप सब को श्री गुरु नानक देव जी के जीवन की संक्षेप मे महत्वपूर्ण जानकरी देती हूँ। आप का जन्म १४६९ ई. में तलवण्डी साबो ( ननकाना साहिब आजकल पाकिस्तान में है) में हुआ और १५३९ ई. में लगभग ७० साल की जीवन यात्रा पूरी कर आप ईश्वर में विलीन हो गये। श्री गुरु नानक देव जी ने करतारपुर नामक एक नगर भी बसाया जो आजकल पाकिस्तान में है। आओ सुनो उनकी जीवन कहानी:-

आओ बच्चो मेरे पास
रखना मन में अटल विश्वास
सच्चे गुरु और सन्त महान
सिक्खों के पहले गुरु जान
कार्तिक मास की आई पूनम
तलवण्डी में हुआ जन्म
पिता थे उनके कालू मेहता
और माता उनकी थी तृप्ता
एक थी उनकी बहन प्यारी
नानकी नानक की दुलारी
बचपन में जब पढ़ने जाते
तो पांधे को पढ़ा कर आते
बच्चो संग खेलने जाते
सत्तनाम उनको जपाते
नहीं लगता था घर में मन
सोचे घर के सारे जन
पिता ने उनको सौपा काम
भैंस चराकर बाँटो ध्यान
भैंसों को जंगल ले जाते
स्वयं प्रभु का ध्यान लगाते
जहाँ पे जाकर भैंसें चरतीं
हरी-भरी हो जाती धरती
इक बार प्रभु का ध्यान लगाया
सूरज उनके मुँह पर आया
नाग ने अपना फन फैलाया
उनके मुख पर करदी छाया
दिए पिता ने बीस रुपए
करने को व्यापार वो गए
देख के भूखे साधु जन
गुरु नानक का भर गया मन
भूखो को खाना खिलाया
सच्चा सौदा वह कहलाया
हुए जवान तो बीबी सुलखनी
बन गई उनकी जीवन सन्गिनी
श्री चन्द और लखमी दास
दो पुत्रों की मिली सौगात
पर मन फिर भी न भरमाया
न गृहस्थ जीवन अपनाया
लेकर संग बाला मरदाना
देश-विदेश को हुए रवाना
पूरब-पश्चिम उत्तर-दक्षिण
देश-विदेश का किया भ्रमण
तोड़े कई अन्ध-विश्वास
किया कुरीतियों का नाश
पहुँचे जब वह गंगा तीर
दे रहे ब्राह्मण सूर्य को नीर
उलटी दिशा मे जल चढ़ाया
और ब्राह्मणों को बताया
दे रहे है खेतों को जल
सूखी धरा पे चले न हल
जो यह जल सूर्य को जाय
तो न क्यों फसलों को नहाए
किया दूर सबका ही भ्रम
बातों में उनकी था दम
घूमते-घूमते पहुँचे मक्का
देखा वहाँ का नियम पक्का
मक्का की तरफ करे जो पैर
नहीं रहेगी उसकी खैर
मक्का की दिशा में करके पाँव
लेट गए गुरु पेड़ की छाँव
जब लोगों ने उन्हें समझाया
तो गुरु जी ने यह बतलाया
हो गया हूँ मैं पूरा वृद्ध
नहीं रही मुझको कोई सुध
नहीं मुझमे उठने की शक्ति
है जो तुम्हारी सच्ची भक्ति
मेरे पैर उधर को घुमाओ
इस पाप मुझे से बचाओ
लोगों ने जब उनको उठाया
घूमता मक्का साथ में पाया
घूम गया सारा ही मक्का
देख के हर कोई हक्का-बक्का
हर जगह ईश्वर का बसेरा
नहीं मेरा है सब कुछ तेरा
तेरा तेरा गाते रहते
प्रभु का नाम सुनाते रहते
भाई लालो के घर में जाकर
खुश थे रूखा सूखा-खाकर
भागो मलिक ने उनको बुलाया
अच्छा सा पकवान सजाया
पर न गुरु ने उसको खाया
खाने में ही खून दिखाया
इसमें है गरीबो का रक्त
लालो प्रभु का सच्चा भक्त
दिया बाबर ने कारावस
पर बन गया खुद गुरु का दास
करन करावन आपे आप
करते रहो प्रभ का जाप
वेई नदी में गए इक बार
छोड़ दिया अब सब घर बार
तीन दिन बाहर न आए
रहे प्रभु का ध्यान लगाए
आकर दिया सच्चा उपदेश
यह था उनका दूसरा वेष
पन्द्रह सौ उन्न्तालीस सन्
त्याग दिया गुरु ने जीवन
किए थे पूरे सत्तर साल
सत पुरख वो एक अकाल

******************************************

बच्चो कार्तिक मास की पूर्णिमा के साथ और भी कथाएँ जुड़ी है, जैसे इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर दानव का वध किया था और प्रलय काल में सृष्टि की रक्षा हेतु भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था विस्तार से फिर कभी बताऊँगी

श्री गुरु नानक देव जी के पावन दिवस " गुरु पूरव की आप सब को हार्दिक बधाई .....
सीमा सचदेव

1 टिप्पणी:

कैसा लगा.. अच्छा या बुरा ?
कुछ और भी चाहते हैं, आप..
तो बताइये ना, हमें !

पढ़ने वाले भैय्या, अँकल जी और आँटी जी,
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल!
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !
आप सब को नन्हें मन का नमस्ते.. प्रणाम.. सत श्री अकाल !

nanhaman@gmail.com
पर
मेरे लिये कुछ लिख भेजिये, ना ..प्लीज़ !

प्यारे बच्चो , आपको और सभी भारतवासियों को आजादी की हार्दिक बधाई और शुभ-काम्नायें । स्वतंत्रता दिवस पर पढिए देश भक्ति की रचनाएं यहां ......

देखिये, आपके चुनाव के विकल्प !

सीमा सचदेव (175) बाल-कविता (111) आचार्य संजीव 'सलिल' (35) बाल-कथाकाव्य (34) विशेष दिन-विशेष सामग्री (28) त्योहार (25) हितोपदेश (23) रावेंद्रकुमार रवि (19) कहानी (16) खेल गीत (15) काम की बातें-शृंखला (14) बन्दर की दुकान (14) बाल-उपन्यास (14) acharya sanjiv 'salil' (10) आकांक्षा यादव (10) डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ (10) acharya sanjiv verma 'salil' (9) samyik hindi kavita (9) आलेख (9) चित्रावली (8) पर्यावरण दिवस (8) प्रतीक घोष (8) बालगीत (8) मदर्स डे (8) रंग-रंगीली होली (8) contemporary hindi poetry. (7) रामेश्वरम कम्बोज हिमांशु (7) श्रव्य-दृश्य (7) india (6) jabalpur (6) अचपन जी की बातें (6) बाल गीत (6) सोमाद्रि शर्मा (6) स्वतंत्रता दिवस (6) डा. अमर कुमार (5) निर्मला कपिला (5) बाल-उपन्यास-चूचू और चिण्टी (5) baal kavita (4) गणतंत्र दिवस (4) जीव बचाओ अभियान (4) फ़ादर्स डे (4) बाल काव्यकथा (4) संजीव 'सलिल' (4) हेमन्त कुमार (4) doha (3) hindi chhand (3) कवि कुलवंत सिंह (3) दादी मां की कहानियां (3) नवरात्र (3) बसंत पंचमी (3) बाघ बचाओ अभियान (3) बालगीत। (3) मंजु गुप्ता (3) महीनों के नाम (3) शिशुगीत (3) bal geet (2) bal kavita (2) conteporary hindi poetry (2) hindi (2) kisoron ke liye (2) maa (2) navgeet (2) अक्कड़-बक्कड़ (2) अजय कुमार झा (2) आओ सुनाऊं एक कहानी (2) आवाज (2) एनीमेशन (2) कवियत्री पूनम (2) गणेशोत्सव (2) झूमो नाचो गाओ। (2) झूले लाल (2) डा. अनिल सवेरा (2) दीवाली (2) दोहे (2) पाखी की दुनिया (2) बचपन के गीत (2) बि‍ल्‍ली बोली म्‍याउं म्‍याउं (2) बूझो तो जाने (2) महा-शिवरात्रि (2) रचना श्रीवास्तव (2) रश्मि प्रभा (2) रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’ (2) विश्व जल दिवस (2) शुभम सचदेव (2) सरस्वती वंदना (2) साक्षी (2) सैर-सपाटा (2) 'शुभ प्रभात' (1) aam (1) alankar (1) anushka (1) baal geet (1) baalgeet (1) baigan (1) bal kacita (1) balgeet (1) baniyan tree (1) bargad (1) barsat (1) barse pani (1) bhagvwan (1) bharat mata (1) bhata (1) bimb (1) birds (1) bitumen (1) brinjal (1) buddhoobaksa (1) bulbul (1) chhand (1) chidiya (1) chooja (1) chuapaee (1) construction (1) damal (1) devi (1) dharti (1) door darshan (1) ganesh (1) gau (1) gauraiya (1) gudda (1) gudiya (1) hindi lyric (1) idiot box (1) imulsion (1) kaam (1) kaar (1) katha-geet (1) koyal (1) langadi (1) mango (1) marg (1) mother. (1) nirman (1) nursary rhyma (1) nursary rhyme (1) nursary rhyme in hindi (1) pakhee ki billee (1) paver (1) poem for kids (1) poetry for kids (1) ras (1) rasal. (1) road (1) roller (1) sadak (1) samyik hindi bal sahitya (1) samyik hindi geet (1) sanjiv 'salil' (1) sanjiv 'salil'. (1) saraswati (1) shishu geet (1) television (1) varsha (1) zindagi (1) अच्छा बच्चा (1) अब्राहम लिंकन का पत्र (1) आदित्य (1) आप बन सकते हैं नन्हामन के सदस्य (1) आशी (1) इंदु पुरी (1) इक चूहे नें बिल्ली पाली (1) इक जंगल में लग गई आग (1) कमला भसीन (1) कम्पुटर का युग (1) कहानी एक बुढ़िया की (1) कहानी:घर की खोज (1) कान्हा की बाल-लीलाएं (1) कान्हा की बाल-लीलाएं-2 (1) कान्हा की बाल-लीलाएं-3 (1) कान्हा की बाल-लीलाएं-4 (1) कान्हा की बाल-लीलाएं-5 (1) कान्हा की बाल-लीलाएं-6 (1) काला-पानी की कहानी (1) गधे नें बसता एक लिया (1) गधे नें सीख लिया कंप्यूटर (1) गुरु रविदास ज्यंती (1) गोवर्धन पूजा (1) चंदा मामा। (1) चन्द्र प्रकाश मित्तल (1) चिंटू-मिंटू (1) चित्र/पेंटिंग (1) चिड़िया (1) चूँ चूँ चिड़िया चुन दाना (1) चूहा बिल्ली दोस्त बने (1) ज्ञान कुमार (1) झाँसी की रानी (1) झूमें नाचें गायें (1) झूमो नाचो गाओ (1) टूथब्रश की दुनिया (1) डा0 डंडा लखनवी (1) ढपोलशंख की सुनो कहानी (1) धन तेरस (1) नन्ही-मुन्नी कहानियां (1) नम भूमि दिवस (1) नरक चतुर्दशी (1) नव गीत (1) नाचा मोर (1) नाना जी की मूंछ (1) निखिल कुमार झा (1) पहुंचा शेर शहर में (1) पाखी की बिल्ली (1) पूनम। (1) बचपन (1) बाघ बडा फ़ुर्तीला है (1) बाल सजग (1) बाल-रचना प्रतियोगिता - 2 (1) बाल-श्रम (1) बुद्ध पूर्णिमा (1) भजन (1) भैया दूज (1) भोर (1) मकर संक्रान्ति (1) मदर टेरेसा (1) महात्मा ईसा की कहानी (1) महात्मा गान्धी (1) महेश कुश्वंश (1) मीनाक्षी धंवंतरि (1) मुन्ना :मेरा दोस्त (1) मेरे कपड़े (1) मैं गणेश (1) यह है देश हमारा (1) ये भी तो कुछ कहते हैं----- (1) रक्षा बंधन (1) राम-नवमी (1) रिमझिम (1) लंगडी खेलें..... (1) लोहडी (1) वर्णमाला (1) विजय तिवारी " किसलय " (1) विश्व जल दिवस नारे (1) वैसाखी का मेला (1) व्याकरण (1) शिशु गीत (1) शिशु गीत सलिला : 2 (1) शेर और कुत्ता (1) शैलेश कुमार पांडे (1) श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी (1) श्री गुरु नानक देव जी (1) श्वेता ढींगरा (1) सतरंगे बादल (1) समीर लाल समीर (1) साक्षरता अभियान (1) सोन चिरैया (1) हाइटेक चूहे (1) हिन्दी दिवस (1)