हरी–हरी पत्तियाँ ।
खूब छाँव से भरी पत्तियाँ ॥
एक पत्ती टूट गई ।
छाँव झटपट रूठ गई ॥
खूब छाँव से भरी पत्तियाँ ॥
एक पत्ती टूट गई ।
छाँव झटपट रूठ गई ॥
पढ़ने वाले भैय्या, अँकल जी और आँटी जी,
nanhaman@gmail.com
पर
मेरे लिये कुछ लिख भेजिये, ना ..प्लीज़ !
हरी-हरी हैं ख़ूब पत्तियाँ,
जवाब देंहटाएंख़ूब छाँव दे रहीं पत्तियाँ!
एक पत्ती टूट गई,
छाँव हमसे रूठ गई!
पर्यावरण के महत्त्व को दर्शाती उत्कृष्ट बाल कविता में गागर में सागर भर दिया .
जवाब देंहटाएंपर्यावरण संभाल हमारी नैतिक जिम्मेदारी है और इसके लिए बच्चों को बचपन में ही जागरूक करना हमारा फ़र्ज़ . आपकी छोटी सी बाल-कविता नें बहुत कुछ समझा दिया । धन्यवाद ...सीमा सचदेव
जवाब देंहटाएंआदरणीय आचार्य जी ,
जवाब देंहटाएंनमस्ते .
वाह - वाह उत्कृष्ट कविता ,
दो पंक्तियों में वर्तनी की गलती लगी .क्षमा के साथ कह रही हूँ .
घात /पाती .
शब्द होने चाहिए.