कल आपने पढी मां दुर्गा के पहले तीन रूपों - १. मां शैलपुत्री २.मां ब्रह्मचारिणी ३.मां चन्द्रघण्टा के बारे में जानकारी । आज जानिए मां के और तीन रूप ४.मां कुष्माण्डा ५.मां स्कन्दमाता ६.मां कात्यायनी के बारे में
४.मां कुष्माण्डा
कुष्माण्डा मां माता चौथी
मानसिक दुविधा जिनको होती
या होता कोई दैहिक रोग
कर देती मां उसे निरोग
तन की दुर्बलता को मिटाए
सुन्दर और स्वस्थ बनाए
५.मां स्कन्दमाता
सकन्द माता है माता पंचम
रखती सुत को संग हरदम
मोर और सिंह जिनका वाहन
पूजें इनको जो भी जन
खुशियों से झोली भर देती
मां सारी दुविधा हर लेती
६.मां कात्यायनी
छ्ठी माता हैं मां कात्यायनी
है बच्चो अमोघ फ़लदायिनी
जो करते है इनका पूजन
नहीं बनते उनके कोई दुश्मन
महिषासुर को मारने वाली
देवों को भी तारने वाली
करती शक्ति का संचार
असुरों का जो करे संहार
जो भी मां को शीश नवाएं
मन वाछिंत फ़ल मां से पाएं
मैं कल फ़िर आऊंगी मां के अन्य रूपों की जानकारी के साथ । तब तक शुभ-नवरात्रि
माँ के चरणो मे माँ का ही सब अर्पण, बहुत बहुत धन्यवाद
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