मॉ
मॉ होती है बडी महान
उसका करो सदा सम्मान
अपने खून से वो सींचती है
और देती है हम पर जान
कभी ज़रा सा मै खाँसूँ
वो बहाने लगती आँस
रहता मुझ पर सदा ध्यान
ममता है उसकी पहचान
अच्छे संस्कार वो देती है
लाड् दुलार वो देती ह
उसका दिल जो दुखाता है
वो दुख सदा ही पाता है
जो करता है माँ की सेवा
उसको मिलता सुख का मेवा
उसका करो सदा सम्मान
अपने खून से वो सींचती है
और देती है हम पर जान
कभी ज़रा सा मै खाँसूँ
वो बहाने लगती आँस
रहता मुझ पर सदा ध्यान
ममता है उसकी पहचान
अच्छे संस्कार वो देती है
लाड् दुलार वो देती ह
उसका दिल जो दुखाता है
वो दुख सदा ही पाता है
जो करता है माँ की सेवा
उसको मिलता सुख का मेवा
आप सभी को मदर्स डे की बहुत बहुत मुबारक,,,,
जवाब देंहटाएंमातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाऐं.
जवाब देंहटाएंमदर्स डे पर ममतामयी माँ को प्रणाम करता हूँ .
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंमातृ-दिवस की शुभ-कामनाएँ।
बच्चे हैं सच्चा सुख पाते,
जवाब देंहटाएंप्यारी माँ की गोद में!
बच्चे किलक-किलक मुस्काते,
प्यारी माँ की गोद में!
बच्चे फूले नहीं समाते,
प्यारी माँ की गोद में!
बच्चे हैं ख़ुशबू बिखराते,
प्यारी माँ की गोद में!
बच्चे ख़ुश हो गीत सुनाते,
प्यारी माँ की गोद में!
बच्चे हँसकर हमें रिझाते,
प्यारी माँ की गोद में!
बच्चे मीठे स्वप्न सजाते,
प्यारी माँ की गोद में!
(सोचा था - दो पंक्तियों की टिप्पणी करूँगा, पर यह तो पूरी कविता ही रच गई! "नन्हा मन" को पहली रचना के रूप में कविता के अतिरिक्त कुछ और देने की इच्छा थी, पर माँ ने कविता ही रचवा दी! ऐसा लगा, जैसे - उसने मेरा हाथ थाम रखा है और मैं लिखता चला जा रहा हूँ! कैसे दूँ उस माँ को धन्यवाद, जिसने आज तक केवल दिया ही दिया है! मैं तो उससे ऐसी अनेकों रचनाएँ रचने का आशीष ही चाहूँगा!)
मदर्स डे पर आपने बहुत सुन्दर कविता प्रस्तुत की है । बहुत-बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र जी आपकी कविता बहुत ही प्यारी बन पडी है । मै इसे अलग से पोस्ट कर रही हूं ।धन्यवाद ।