बचपन मेरा कितना प्यारा
मम्मी-पापा का राजदुलारा
माँ की ममता, पापा का प्यार
याद आता है लाड़-दुलार।
मम्मी-पापा का राजदुलारा
माँ की ममता, पापा का प्यार
याद आता है लाड़-दुलार।
बचपन मेरा लौट जो आए
जीवन में खुशहाली लाए
पढ़ाई से मिलेगी छुट्टी
बात नहीं कोई होगी झूठी।
अब बचपन मेरे लौट भी आओ
हंसो, खेलो और मौज मनाओ।
आकांक्षा यादव
(चित्र में बिटिया तन्वी)
अब बचपन मेरे लौट भी आओ
जवाब देंहटाएंहंसो, खेलो और मौज मनाओ।
...बहुत सुन्दर बाल-गीत...बधाई.
तन्वी बिटिया का बहुत मनमोहक चित्र... काजल का टीका जरुर लगा दें.
जवाब देंहटाएंVery nice. Would that the Childhood days came back. Well crafted.
जवाब देंहटाएंसच में बचपन - बचपन ही होता है कोई शब्द नहीं दिया जा सकता ..
जवाब देंहटाएंकितना निश्छल
कितना प्यारा ....
सब जग से न्यारा ..
.शुक्रिया तुम्हारा
प्यारी प्यारी तस्वीर और इतनी प्यारी कविता ...मज़ा आगया :)
जवाब देंहटाएंLots Of Love To Tanvi
कित्ता प्यारा बाल-गीत..और मेरी सिस्टर तन्वी की सुन्दर सी फोटो भी..ढेर सारा प्यार.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर शिशुगीत है!
जवाब देंहटाएंआपकी चर्चा बाल चर्चा मंच पर भी तो है!
http://mayankkhatima.uchcharan.com/2011/02/30-33.html
बहुत सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ बेहतरीन प्रस्तुती!
जवाब देंहटाएंvakai main apne bachapan yaad dila diya .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर शिशुगीत| धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंChha likha hai..saadhuvaad..Bachchon ko orkut se fursat nikaal kar aapka blog jarur dekhna chahie..
जवाब देंहटाएंsach bach pan to hota hi hai nirala .duniya ke chhal prapanch aurburaiyon se bahut dur.
जवाब देंहटाएंbahut pyari v sundar prastuti
aakanxha ji v aapdono ko hi bahut bahut dhanyvaad
poonam
सच में बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबच्चों का प्यारा,
जवाब देंहटाएंआकांक्षा जी -सुन्दर शिशु गीत प्रिय भाव -
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना
जवाब देंहटाएं. बहुत ही सुन्दर और प्यारा-प्यारा गीत है
जवाब देंहटाएं. बहुत ही सुन्दर और प्यारा-प्यारा गीत है ….
जवाब देंहटाएंरोचक एवं सरस बाल कविता .
जवाब देंहटाएंआपके ब्लाग की प्रस्तुति बहुत ही आकर्षक है . कृपया इसे नियमित करें .
हार्दिक बधाई !
सुन्दर संक्षिप्त .
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